करुणेश

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परम पूज्य करुणेश जी को उनकी पुण्य तिथी पर करुणेश परिवार का शत शत नमन…

 

DAINIK JAGARAN AGRA

इस आजादी को सहेजें.. इसका मूल्य समझें..
स्व. रोशन लाल गुप्त करुणेश साहित्य और स्वतंत्रता संग्राम के अमिट हस्ताक्षर। यह बाबूजी की 14वीं पुण्यतिथि भी है और जन्म शताब्दी वर्ष भी। ऐसे में जरूरी है कि न केवल साल भर उनसे जुड़े आयोजन किए जाएं बल्कि उनके विचारों व पांडुलिपियों को भी प्रकाशित किया जाए। इस खास वर्ष में अगर उनके नाम पर कोई विद्यालय शुरू हो सके या राष्ट्रीय भाव-बोध जगाने …वाले रचनाकारों को करुणेश स्मृति वार्षिक पुरस्कार योजना की कोई ठोस रूपरेखा बन सके तो नई पीढ़ी तो संस्कारित होगी ही, कवि-साहित्यकारों का भी मनोबल बढ़ेगा। लेकिन ध्यान रहे, यह जिम्मेदारी केवल उनके परिवारीजनों की नहीं है बल्कि हर आगरा वासी की है कि वो उनका ऋण चुकाये। उन्हें याद करे। उनकी स्मृति में कुछ सार्थक करे। .. और सबसे प्रमुख ये कि हम उनके विचारों को अपने जीवन में उतारें। – करुणेश जी ने जो आजादी हमें सौंपी, आज बेहद जरूरी है कि हम संजीदा होकर उसका मूल्य समझें, मान रखें। इसे सहेजें। भारत को भ्रष्टाचार व आतंकवाद मुक्त देश बनाएं। बाबूजी को हमारा सच्चा नमन व ईमानदार श्रद्धांजलि तभी होगी, जब हमारे मन में राष्ट्रीय भाव-बोध जाग्रत हो। हम राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य समझें। टैक्स चोरी न करें। गंगा-यमुना सरीखी पतित-पावनी नदियों को प्रदूषित होने से बचाएं। गो हत्या रोकें। पॉलीथिन का प्रयोग न करें। अपनी आय का एक हिस्सा वंचितों के लिए दें। चलिए, इस जन्म शताब्दी वर्ष में करुणेश जी के प्रति हृदय से कृतज्ञता व्यक्त करें। आप भी मेरे साथ गुनगुनाएं.. अपने लिए जिए तो क्या जिए, ऐ दिल तू जी जमाने के लिए..।

कुमार ललित, 2-बी, संत नगर, फेज-2, दयालबाग, आगरा।

 

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Banti Grover
13 years ago

mahan aatma ke charno me shat-2 naman.

संजय गुप्त
संजय गुप्त
13 years ago

स्वतन्त्रता संग्राम के महान सेनानी पूज्य पिताजी के श्री चरणों में सादर नमन………

संजय गुप्त

स्वतन्त्रता संग्राम के महान सेनानी पूज्य पिताजी के श्री चरणों में सादर नमन………

संजय गुप्त

स्वतन्त्रता संग्राम के महान सेनानी पूज्य पिताजी के श्री चरणों में सादर नमन……….

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